आतंकवाद को जड़ से मिटाना है
आतंकवाद को जड़ से मिटाना है
घर आंगन है सुना सुना
बोल उठी है दीवारें
तिरंगे में लिपटे हुए देख
भारत माता के सपूत
हे बड़े प्यारे प्यारे ।
हे आतंकवादी जो तूने
मानवता की राह छोड़
हिंसा का रुख अपनाया है
कितने मासूमों का तुमने
खून जो बहाया है,कितनों का
सुहाग तूने मिटाया है पर क्या
तेरा रूह नहीं काँपा है।
निर्दोषों पर वार करे तू
तेरा अंत भी निश्चित आया है
खत्म करो जातिवाद के
नाम पर अब झगड़ा
आतंकवाद है सबसे बड़ा खतरा।
आतंकवाद का दुनिया से
करना अब सफाया है
हर व्यक्ति ने ठाना है
आतंकवाद को जड़ से मिटाना है।
हर व्यक्ति ने ठाना है
आतंकवाद की जड़ से मिटाना है।
✍️
सिम्मी सिंह
प्रा0वि0घइसरा
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