गजल राम कृष्ण मिश्र (रिक्की)July 02, 2020अपना बेगाना ग़म सहता रहता है, दिल दुनिया की बातें कहता रहता है| उम्मीदों के साये में कितने किस्से, हरदम मन बंजारा बुनता रहता है| सच्ची झूठी ...Read More
दिखे चंद सिक्के प्राइमरी का मास्टर 2 September 22, 2018दिखे चंद सिक्के किसे आदमी से मुहब्बत हुई है दिखे चंद सिक्के सियासत हुई है किया शर्म जिसने बिका है वही तो खरीदी इबारत हक़ीकत हुई है बड़े ज...Read More
ख़ुशहाल ज़माना हो प्राइमरी का मास्टर 2 April 28, 2018ख़ुशहाल ज़माना हो (ग़ज़ल) ख़ुशहाल ज़माना हो ज़ुल्मत का नहीं डर हो हर ओर उजालों की उम्मीद फ़लक पर हो हर आँख में खुशियों का मंज़र हो यहा...Read More
हम्द (ईश वन्दना) प्राइमरी का मास्टर 2 March 03, 2018 जिसने साँसें की अता, तू ही है या रब लायके हम्दो सना , तू ही है या रब जिसने दुनिया को रचा, तू ही है या रब जिसने हम सब को गढ़ा, तू ही है ...Read More