चंचल मन राम कृष्ण मिश्र (रिक्की)October 22, 2020चंचल मन मंजिल की है कई डगर, कुछ आने की कुछ जाने की। कुछ मन बीती भी तो जानो, ।। हर बात नहीं समझाने की ।। वो झिलमिल उपवन में देखो, जब कोयल ...Read More
अमिट पहचान राम कृष्ण मिश्र (रिक्की)October 09, 2020 अमिट पहचान ➖➖➖➖➖ जीवन की इस कठिन डगर को, अन्तर्मन ही जानें। सभी रंग हैं एक ही जैसे, ।। कौन किसे पहचाने ।। सागर का हर एक किनारा, खींचे अपनी...Read More