मत छीनो मेरा बचपन, मुझे खुली हवा में जीने दो। बस्ते को मत बोझ बनाओ, खेल-खेल में सीखें दो। नन्हें-नन्हें पर हैं मेरे, आसमान में उड़ने दो। घर ...Read More
मत छीनो मेरा बचपन
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नवंबर 14, 2016
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दीदी लेकर अक्षत-रोली मुन्ना से आकर के बोली बुला रही हैं तुमको मैया आओ तिलक लगा दूँ भैया यह कह आगे-पीछे डोली मुन्ना सुन दीदी की बातें स्नेह ...Read More
दीदी है रंगोली(बाल नवगीत)
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नवंबर 01, 2016
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शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक होता है, वह अपने ज्ञान की ज्योति से समाज को सन्मार्ग दिखाता है.अत: जब तक हममें शिक्षक कहलाने से ज्यादा शिक्षक हो...Read More
निर्माण
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अक्टूबर 28, 2016
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कैसा हो स्कूल हमारा, कैसा हो स्कूल हमारा। बच्चों की किलकारी हो, पौधों की हरियाली हो। जन-गण-मन से गूँजे स्थल, ऐसा हो प्रार्थना स्थल। विद्याल...Read More
कैसा हो स्कूल हमारा
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अक्टूबर 08, 2016
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पांच बेटियों के जन्म के बाद शम्भू को बेटे के रूप में औलाद मिली थी। बहुत ही पूजा-पाठ और मान-मनौतियों के बाद बेटे की मुराद पूरी हुई। अरसे बाद ...Read More
स्कूल का सपना
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अगस्त 05, 2016
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