Breaking News

अब की बार दिवाली में.......

ताटंक छंद में गीत
अब की बार दिवाली में.......
दीपों  की  लड़ियाँ  जोड़ेंगे,अबकी बार दिवाली में।
छंद - पटाखे  ही  फोड़ेंगे, अबकी बार दिवाली में।।
दीपों की लड़ियाँ जोड़ेंगे.............................
मीठे शब्दों की फुलझड़ियाँ, हम तो चमकायेंगे ही।
मारेंगे  कलुषित  कौवों को, तन तो दमकायेंगे ही।।
नहीं किसी का दिल तोड़ेंगे, अबकी बार दिवाली में।
दीपों की लड़ियाँ जोड़ेंगे.............................
मद के लाल अनारों को हम,अब की आग लगा देंगे।
लोभ मोह  की चीनी  झालर, तोड़ेंगे   बिखरा  देंगे।।
एक   बुराई  हम   छोड़ेंगे ,अबकी  बार दिवाली में।।
दीपों की लड़ियाँ जोड़ेंगे..............................
देशद्रोह  की  चिंगारी  को, नहीं  भड़कने  देंगे हम।
निंदा करने वाले दिल को, नहीं  धड़कने देंगे हम।।
इन कुत्तों से  मुँह  मोड़ेंगे, अब की बार दिवाली में।
दीपों की लड़ियाँ जोड़ेंगे..............................
रचयिता
सुनील कुमार 'नवोदित'
पता - 76,स्पासा परिवार,शिवनगर पोस्ट मानिकपुर,जनपद चित्रकूट,पिन- 210208
नौकरी- प्राथमिक शिक्षक (परिषदीय)
संपर्क दूरभाष- 09161842470 (व्हाट्सएप), 07753023513
ईमेल पता- navoditji@gmail.com
फेसबुक पता-
www.fb.com/sunilnavodit12
www.fb.com/navoditvichar


1 टिप्पणी: