नई शिक्षा प्रणाली🤔😲
नई शिक्षा प्रणाली🤔😲
मनन करती हूँ तो पाती हूँ
क्या ? हो गयी......
आज की नई शिक्षा प्रणाली
बच्चों के ज्ञान मष्तिष्क है ........
ख़ाली-खाली ।
जितने मिलते थे हमको
हमारे रीति रिवाजो से ज्ञान- संस्कार ,...
वो सब आज आधुनिकता में
हो गये बेकार ।
आज से अच्छी तो वो
अनपढ़ पीढ़ी थी कल की
जो ज्ञान बाटती बिन पढ़े लिखे
बहाती जो संस्कारो की
मीठी-मीठी स्नेहिल नीर..
जिनकी वाणी में होता सदा
दोहे और मुहावरो की गूँज ।
जहाँ कभी सच्चे मन से ..
पूजे जाते थे भगवान
धर्म नही था बाजार जहाँ
धार्मिक,रीति रिवाजो,उत्सव का
होता था नित सभ्याचार ।
होती थी सीखो में इनकी
अनुभव की परखी प्रतिभाएं
एकता,इंसानियत,उदारता का
मिलकर पढ़ाते सबको पाठ ।
पूजनीय होते थे तब अतिथि
होता ईश्वर सा सत्कार ।
व्यर्थ नही बहाते थे जल को
अन्न तो अन्नपूर्णा होती थी
अपमान न करते कभी अन्न का
एक कुटुम्ब में रहते मिलसब
स्नेह भरा संयुक्त परिवार ।
न था कोई द्वेष किसी से
भाईचारे का देते सबको ज्ञान ।
ज्ञान के साधन सीमित इनके
होते स्कूल बस दो चार ।
न था कोई लैपटॉप,टीवी
न ही मोबाईल गूगल बाबा
फिर भी ज्ञान और कहानियो का
भण्डार थे घर के बूढ़े दादा ।
युग तो अब ये कैसा आया
संस्कार की कही-कही
बस दिखती धुँधली छाया।
सार्थक ज्ञान परिधि में
लगते सारे कच्चे ....!
रटी हुई शब्द -शैली इनकी
विकसित नही शब्दों का ज्ञान ।
कहाँ सीखा पायी ये शिक्षा
बड़ो का करना सम्मान ।
मोबाईल की सीमा में सीमित
हो गये इनके सारे काम ।
इतना आधुनिक हो गया जीवन
नही बैठ पाते सब साथ ।
आधुनिक शिक्षा ने ...
विशिष्ट ज्ञान तो दिये !!
मगर एकता,इंसानियत,भाईचारे का, पाठ है बिलकुल परे ...!
रिश्ते-नाते छुट गये सब
अलग-अलग आशियाने अब
आधुनिक शिक्षा है भाई
मोबाईल रिश्ता निभाता है
कहाँ अब कोई किसी को
दिल से बुलाता है !
कहाँ अब किसी घर जल्दी
कोई अतिथि आता है ।
देखो धधक रही अब धरती
अब न है पेड़ो की छाया
पेड़ की जगहों पर अब
कल कारख़ानों की है माया
इस आधुनिक शिक्षा ने
हमको क्या सिखलाया है
सुकून भरा वो अनपढ़ पल
छोड़कर ....!!
बहुत सी दौलत कमाया है ।
आधुनिक शिक्षा ने वैसे तो
धरा से उठाकर....
हमे गगन तक पहुचाया है ।
पर क्या?
एक इंसान को इंसान बना पाया है ।
तो आओ.....
उन संस्कारो को आज फिर से
अपनाते है ।
छोड़ इस नई शिक्षा की आधुनिकता को ....
वही पुराने आदर्शो को
जीवन में लाते है ।।
✍️ दीप्ति राय(दीपांजलि)
सoअo
प्राoविo रायगंज खोराबार
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