सरकारी स्कूल
सरकारी स्कूल
सरकारी स्कूल, एक उम्मीद का खजाना,
गरीब बच्चों के लिए, एक नया सवेरा।
यहाँ पढ़ते हैं, वो बच्चे,
जिनके पास पैसे नहीं हैं,
पर सपने हैं, आसमान छूने के।
सरकारी स्कूल, एक ऐसा प्रकाश,
जो गरीब बच्चों के जीवन में,
नई उम्मीद और उजाला भर देता है।
यहाँ पढ़ते हैं, वो बच्चे,
जो देश के भविष्य की नींव हैं।
सरकारी स्कूल, एक ऐसा घर,
जहाँ गरीब बच्चे, अपना भविष्य बनाते हैं।
यहाँ पढ़ते हैं, वो बच्चे,
जो देश के भविष्य की रोशनी हैं।
सरकारी स्कूल, एक ऐसा सपना,
जो देश के भविष्य को बदल देता है।
✍️ रचनाकार : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर
परिचय
बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।
शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।
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