एनपीएस से आजादी
आजाद कहाँ रहा मैं....
कैसे आजादी की गौरव गाथा गाऊं....!
लड़ रहा हूं एनपीएस से....
बुढ़ापे को कैसे आजादी दिलाऊं....!!
पल पल कर रहा हूं द्वंद खुद से...
कैसे बच्चों को आजादी के मायने सिखाऊं...!
लड़ रहा हूं खुद की पेंशन के लिए...
ओपीएस वाली आजादी कैसे मनाऊं....!!
बेबाक है शब्द मेरे...
कैसे खुद को रोक पाऊं....!
अपने हक के लिए...
कैसे चुप हो जाऊं....!!
धैर्य , न्याय , सत्य, समानता का पाठ कैसे बच्चों को पढ़ाऊं....
शिक्षक होने का धर्म कैसे निभाऊं....
हा ! फिर भी आजाद हूं ,....
मैं अपने देश की गौरव गाथा गाऊं..🇮🇳
✍️ लेखक
बदनाम शायर 🇮🇳
शुभम श्रीवास्तव
प्राथमिक विद्यालय भदसाना
तिलोई अमेठी
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