शिक्षक
शिक्षक
हम शिक्षक हैं, हम शिक्षक हैं,
नित शिक्षा के दीप जलाते हैं।
नहीं जाति, धर्म में विश्वास हमें,
हम शिक्षा की अलख जगाते हैं।
जो अंधकार में घिरे हुए हैं ,
उन्हें प्रकाश के पथ पर लाते हैं।
जो ज्ञान के मोती खोज रहे,
उन्हें ज्ञान के मार्ग पर लाते हैं।
अनुशासन का महत्व बतलाकर,
हम कर्तव्यों का बोध कराते हैं।
देश, समाज का हित समझा कर,
नैतिक मूल्यों की फसल उगाते हैं।
बच्चों को स्नेह पूर्ण समझा कर,
विद्यालय घर की तरह बनाते हैं।
उगाकर निष्ठा, त्याग, समर्पण,
हम बंजर उपजाऊ बनाते हैं।
हमारा पाठ याद तुम रखना,
सफल सदैव हो जाओगे।
सत्य मार्ग पर ही तुम चलना,
तो धरती को स्वर्ग बनाओगे।
✍️ राजेश 'राज'
कन्नौज
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