पटरी
तू एक सीधी रेखा,
जैसा है जीवन का मार्ग,
तू कभी नहीं टेढ़ी,
जैसे नहीं होते मन के विचार।
तू एक मापक है,
गणना और दूरी का,
तू एक निर्देशक है,
सही राह का।
तू एक मित्र है,
सदैव साथ रहने वाला,
तू एक सहारा है,
कठिन समय में।
तू एक आदर्श है,
सदा निष्पक्ष रहने का,
तू एक प्रेरणा है,
सही रास्ते पर चलने की।
✍️ प्रवीण त्रिवेदी "दुनाली फतेहपुरी"
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