"प्रयास "
"प्रयास "
आओ प्रयास करे हम,
जीवन को सफल बनाए,
मातृभूमि को स्वच्छ कर
उजियारा फैलाए हम!
जिस तरह बूंद - बूंद घड़ा भरे,
निरंतर प्रयास करे हम
छोटी - छोटी नदी बनके
सागर बन जाए हम!
छोटी - छोटी खुशियों को
चलो बटोर लाए हम,
धीरे- धीरे ही कदम
चलते ही जाए जाए हम!
छोटे-छोटे होंगे प्रयास हमारे
एक दिन सफल हो जाएंगे
मंजिल मिल जाएगी हमे भी
निरंतर प्रयास करते जाए हम!
✍️रचयिता
श्रेया द्विवेदी
सहायक अध्यापक
प्राथमिक विद्यालय देवीगंज प्रथम
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