जय हो प्रधानाध्यापक की
जय हो प्रधानाध्यापक की
विद्यालय के मुखिया,
शिक्षकों के नेता,
छात्रों के प्रेरणा,
हो तुम ही प्रधानाध्यापक।
तुम हो टीम लीडर,
तुम हो मार्गदर्शक,
तुम हो प्रेरक,
तुम हो समस्या समाधानकर्ता।
तुम हो विद्यालय के विकास,
और सफलता के लिए जिम्मेदार,
तुम हो विद्यालय के परिवार के,
सबसे प्रिय सदस्य।
तुम हो विद्यालय के लिए,
एक अनिवार्य संपत्ति,
तुम हो विद्यालय के लिए,
एक आशीर्वाद।
जय हो प्रधानाध्यापक की,
जय हो शिक्षा की।
✍️ कवि : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर
परिचय
बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।
शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।
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