सोच और खोज
सोच और खोज
पेड़ों से जब फल गिरते होंगे
लोग देखते हुए यूं ही गुजरते होंगे
पर न्यूटन सर ने जब गिरते सेब को देखा
तो सबसे अलग हटकर सोचा
फिर गुरुत्वाकर्षण का प्रतिपादन कर
विश्व को दिया एक नायाब तोहफा।।
हर घर में रोज ही कुछ पकता है
केतली में पानी भी खौलता है
जेम्स वाट साहब ने जब ढक्कन
उठते- गिरते बड़ी तन्मयता से देखा
विस्मय से भाप के बारे में सोचा
भाप में शक्ति का अंदाजा लगाया
और कुशलता से स्टीम इंजन बनाया।।
मनुष्य जगह का निर्धारण
कर लेता है बड़ी सहजता से
और अपना-अपना रास्ता भी
पहचान लेता है सरलता से
यह अब तक एक रहस्य था
गुत्थी सुलझाने में किसी का न वर्चस्व था
इससे जाॅन कीफ ने पर्दा उठाया
और मस्तिष्क में जीपीएस को बताया।।
धन्य हैं ये सब अद्भुत लोग
धन्य है उनकी अद्भुत सोच
युग परिवर्तन व मानव कल्याण हेतु
धन्य है उनकी अद्भुत खोज।।
✍️ लेखक : राजेश 'राज', कन्नौज (उत्तर प्रदेश)
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