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टूटा हुआ पुल

टूटा हुआ पुल


नदी के बीचों-बीच
ठहरा हुआ है पुल
टूटा हुआ, ढह गया
जैसे कोई सपना टूटा

एक समय था जब
यह पुल था मजबूत
लोगों को जोड़ता था
दोनों किनारों को

पर अब यह पुल
पत्थर बन गया है
जैसे कोई यादें
जो कभी थीं और अब नहीं हैं

यह पुल है एक
खोई हुई उम्मीद
एक अधूरा सपना
एक टूटी हुई ज़िंदगी

यह पुल है एक
कहानी का अंत
एक प्रेम की कहानी
जो कभी थी और अब नहीं है


यह कविता टूटे हुए पुल के रूपक के माध्यम से जीवन की कठिनाइयों और चुनौतियों को दर्शाती है। टूटा हुआ पुल एक ऐसी स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है जहां लोगों को एक दूसरे से अलग कर दिया जाता है। यह एक ऐसी उम्मीद या सपने का भी प्रतिनिधित्व कर सकता है जो टूट गया है।

कविता के पहले छंद में, पुल को "टूटा हुआ" और "ढह गया" के रूप में वर्णित किया गया है। यह इंगित करता है कि पुल अब उपयोगी नहीं है और लोगों को एक दूसरे से अलग कर रहा है। दूसरे छंद में, पुल को "एक सपना" के रूप में वर्णित किया गया है जो "टूटा" गया है। यह इंगित करता है कि पुल लोगों को एक साथ लाने की एक उम्मीद या इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है जो अब नहीं है।

कविता के अंत में, पुल को "एक कहानी का अंत" के रूप में वर्णित किया गया है। यह इंगित करता है कि पुल एक ऐसी घटना का प्रतिनिधित्व करता है जो लोगों के जीवन को हमेशा के लिए बदल देती है।

यह कविता उन लोगों के लिए एक प्रेरणा हो सकती है जो कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। यह याद दिलाता है कि भले ही चीजें मुश्किल हों, लेकिन हमेशा एक रास्ता निकलता है।



✍️  रचनाकार : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर


परिचय

बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।

शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।

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