कोरोना को भगाना है
हर देश का एक ही रोना है
क्यू देश में मेरे करोना है
ऐसी विपदा आयी
हर देश की नींव को हिलाई है
कितना सलोना लगता था
जब देश में खुशियों का बिछौना था
हम मित्र भाई से निसिदिन मिलते थे
अब ऐसा न हम करते हैं
स्वतंत्र वातावरण हुआ करता था
जब सब मिलकर बातें करते थे
किस काली विपत्ति की नज़र लगी
जो हर शहर को बांझ करने लगी
हर देश से देश जुटने लगा
इस महामारी से हर कोई लड़ने लगा
बस हिम्मत की ही तो बात है
जब सब अपने साथ हैं
मिलकर इसे हरायेंगे
जब सब अपने घर में कुछ दिन रुक जाएंगे
खुद को स्वच्छ बनायेंगे
और हैंडवॉश करते जाएंगे
विश्वास है एक दिन हम जीतेंगी
करोना को इसके घर को भेजेंगे
नियंत्रण करके संक्रमण से बचना है
यही तो सुरक्षा की रचना है
हर देश फिर से खुशहाल होगा
जब एक हमारा दृढ़ होगा
एकता को सशक्त बनाना है
जन जन में जागरुकता जगाना है
आओ हम सब मिलकर ले कसम
कर दे करोना को इस तरह भसम
✍️आशुतोष कुमार (स.अ.)
प्रा०वि०बन्दीपुर, हथगाव
फतेहपुर (उ०प्र०)
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