जा कोरोना भाग जा!!
जा कोरोना भाग जा!!
इस वबा से ऐ ख़ुदा महफूज़ रख इंसान को।
ख़त्म कर ज़ालिम कोरोना नाम के शैतान को।
और इन्सां तू समझ ले वक़्त की चेतावनी।
ज़िंदगी फिर ना बचेगी अब अगर की अनसुनी।
कोशिशें सरकार की सारी सफल होंगी तभी।
लोग जब कोशिश करेंगे एकजुट होकर सभी।
क्या करें क्या ना करें माहिर सभी बतला रहे।
बस अमल उस पर करें फिर दूर सब ख़तरा रहे।
भीड़ से बचकर रहें ये कुछ दिनों की बात है।
ज़िंदगी इंसान की सबसे बड़ी सौगात है।
गर ज़रूरी हो तो निकलें अन्यथा घर पर रहें।
हाथ भी धोते रहें निकलें कभी मुँह को ढकें।
इक कड़ी कमज़ोर गर कमज़ोर वो ज़ंजीर है।
सावधानी पूर्ण रखें बात ये गंभीर है।
सावधानी ही समझिए आज है सबकी बक़ा।
रोकना है इस बला को जो हुआ सो हो चुका।
✍️रचना
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