विघ्नो के आगे झुको नहीं
राम ने किसकी पूजा की, कौन कृष्ण का आराध्य हुआ।
पाकर जीवन हर मनुज यहाँ, संघर्षो को बस बाध्य हुआ।
हर बाधा को है पार किया, धीरज और युक्ति विचारो से।
काटी सारी कारा उसने , हिम्मत के कठिन प्रहारों से।
संघर्षो से वह थका नहीं, भीषण विपत्ति में अड़ा रहा।
जो डर से पीछे हटा नहीं, झंझावातो में खड़ा रहा।
"विघ्नो के आगे झुको नहीं, मत सोच भविष्य में क्या होगा।
जीवन में कष्ट न काम होंगे, लेकिन हर बार शमन होगा।"
पाकर जीवन हर मनुज यहाँ, संघर्षो को बस बाध्य हुआ।
हर बाधा को है पार किया, धीरज और युक्ति विचारो से।
काटी सारी कारा उसने , हिम्मत के कठिन प्रहारों से।
संघर्षो से वह थका नहीं, भीषण विपत्ति में अड़ा रहा।
जो डर से पीछे हटा नहीं, झंझावातो में खड़ा रहा।
"विघ्नो के आगे झुको नहीं, मत सोच भविष्य में क्या होगा।
जीवन में कष्ट न काम होंगे, लेकिन हर बार शमन होगा।"
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