आओ दिवाली मनायें हम
दीपों का त्योहार दिवाली,
मिट्टी का दीप जलायें हम ।
नहीं कहीं हो अंधियारा,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनायें हम ।।
मिट्टी का दीप जलायें हम ।
नहीं कहीं हो अंधियारा,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनायें हम ।।
सभी जगह हो भाईचारा,
सहयोग की भावना लाएं हम ।
चारों ओर हो खुशियाँ फैली,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनायें हम।।
सहयोग की भावना लाएं हम ।
चारों ओर हो खुशियाँ फैली,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनायें हम।।
अज्ञानता रूपी रावण पर,
ज्ञान का बाण चलायें हम।
ज्ञान का प्रकाश फैले चहुंओर,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम।।
ज्ञान का बाण चलायें हम।
ज्ञान का प्रकाश फैले चहुंओर,
ऐसा दीप जलायें हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम।।
नहीं कोई हो दुखी धरा पर,
दया, धर्म अपनाएं हम ।
जल जाए सारी बुराई,
ऐसा दीप जलाएं हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम ।।
दया, धर्म अपनाएं हम ।
जल जाए सारी बुराई,
ऐसा दीप जलाएं हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम ।।
मनोहर का बस एक है सपना,
स्वच्छ सुन्दर हो भारत अपना ।
भारत को स्वच्छ बनाएं हम,
ऐसा दीप जलाएं हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम ।।
स्वच्छ सुन्दर हो भारत अपना ।
भारत को स्वच्छ बनाएं हम,
ऐसा दीप जलाएं हम ।
आओ दिवाली मनाएं हम ।।
रचयिता
मनोहर लाल गौतम,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कनिगवाॅ,
विकास खंड -बीसलपुर,
जनपद -पीलीभीत।
मनोहर लाल गौतम,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कनिगवाॅ,
विकास खंड -बीसलपुर,
जनपद -पीलीभीत।
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