बच्चे हैं देश की शान
ये बच्चे हैं देश की शान ।
हम करते हैं इनका सम्मान।
इन्हीं में कोई 'राम' बनेगा।
गाँधी नेहरू श्याम बनेगा।
हैवानों की बस्ती में फिर
हर कोई इंसान बनेगा।।
तुम भी आओ,हम भी आएं
एक अनोखी अलख जगाएं।
भर दें इनमे जोश अनोखा,
खा जाएगा दुश्मन धोखा।
कोई वीर कोई है दानी
यह धरती तो है बलिदानी।
जब कोई इतिहास पढ़ेगा
हम वीरों पर नाज करेगा।
सच्ची - सच्ची बात बता दूँ
आओ तुमको एक सदा दूँ।
यह देश है अपनी जिम्मेदारी
अब करनी है आगे तैयारी।
ये बच्चे हैं देश की शान
हम करते है इनका सम्मान।।
हम करते हैं इनका सम्मान।
इन्हीं में कोई 'राम' बनेगा।
गाँधी नेहरू श्याम बनेगा।
हैवानों की बस्ती में फिर
हर कोई इंसान बनेगा।।
तुम भी आओ,हम भी आएं
एक अनोखी अलख जगाएं।
भर दें इनमे जोश अनोखा,
खा जाएगा दुश्मन धोखा।
कोई वीर कोई है दानी
यह धरती तो है बलिदानी।
जब कोई इतिहास पढ़ेगा
हम वीरों पर नाज करेगा।
सच्ची - सच्ची बात बता दूँ
आओ तुमको एक सदा दूँ।
यह देश है अपनी जिम्मेदारी
अब करनी है आगे तैयारी।
ये बच्चे हैं देश की शान
हम करते है इनका सम्मान।।
रचयिता
अंजनी कुमार प्रजापति,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय परगासपुर,
जनपद - भदोही।
अंजनी कुमार प्रजापति,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय परगासपुर,
जनपद - भदोही।
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