मेरा और मेरे साथियों का सपना
(तीनों हस्तपुस्तिकाओं को पढ़ने के बाद देखे हुए सपने का संक्षेप में कविता के माध्यम से वर्णन किया है।)
⭕मेरा और मेरे साथियों का सपना⭕
भाषा और गणित की गर् बुनियाद मजबूत हो जाए,
बच्चों के जीवन के आधार को एक धार मिल जाए।
प्रातः-सायंकालीन सभा से मनमोहक वातावरण होगा,
बच्चों में नैतिकता का समावेश ,सरल आचरण होगा ।
समयबद्ध पठन-पाठन का अनुशासन होगा,
प्रेरणा तालिका से हर बच्चे का आकलन होगा।।
भाषा के केन्द्रिक लर्निंग आउटकम से बच्चे होंगे दक्ष,
आज के ये नन्हे बीज कल के होंगें कौशल युक्त वृक्ष ।।
प्रिंट रिच परिवेश बच्चों को बुलाकर लुभाएगा,
दीक्षा एप से सीखना रूचिकर -सहज हो जाएगा।
ICT के उपयोग से सीखना जीवंत हो जाएगा,
गतिविधियों और खेलों से समग्र विकास बन पाएगा।।
गणित के लर्निंग आउटकम से जीवन में सफल होगा,
ELPS के प्रयोग से सीखने का प्रतिफल प्राप्त होगा।।
ERAC से बच्चा अनुप्रयोग कर निष्कर्ष पर पहुंचेगा,
सामुदायिक सहभागिता का भी लाभ मिल जाएगा।
समावेशी शिक्षा से हर बच्चा क्रियाशील शिक्षित होगा,
इस तरह हर बच्चा समाज के लिए उपयोगी होगा।।
आकलन से दूर होता जाएगा बच्चों का लर्निंग गैप,
हस्तपुस्तिकाओं से मिल गया बुनियादी शिक्षा का मैप।।
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प्रतिभा भारद्वाज
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