भारत के प्यारे बच्चे
भारत के प्यारे बच्चे
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ये नन्हे मुन्ने प्यारे बच्चे, लगते हैं अति सुंदर अच्छे
मन में कोई भेद नहीं, दिल के कितने हैं ये सच्चे
प्रात समय तुम उठकर, भू की चरण वन्दना करना
स्नान ध्यान से मुक्ती पाकर, फिर प्रभु के गुण गाना
पढ़ना लिखना पहला कर्तव्य तुम्हारा, फिर गुरूओ का तुम पाओ आशीष
बड़े होकर तुम बनो महान, जब दुनियां झुकाए तुम पर शीश
काम समय पर तुम करना, फिर पढ़ने में तुम ध्यान लगाना
पढ़ लिखकर तुम बनो महान, फिर सच्ची देश की सेवा करना
मात पिता की मानो आज्ञा, तभी होगी प्रण पूर्ण प्रतिज्ञा
गुरूओ की बात सदा तुम मानो, नहीं करो तुम कोई अवज्ञा
जाति धरम से भेद करो न, सबको हिय से गले लगाना
प्यार भरी मुस्कान बिखेरो, फिर सबके हिय में बस जाना
वतन से बढ़कर है न कोई नाता, इसका भार तुम्हारे कंधों पर होगा
तिरंगे की आन बान व शान बचाना, सबसे बड़ा धरम तुम्हारा होगा
बुरी आदतों से तुम रहना दूर, औ करो समय पर अपना नित काम
अम्बर जैसी पाओ तुम ऊंचाई, बस अम्बे देती वाणी को विराम
✍️रचयिता
अम्बे
प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय रायपुर
अमौली फतेहपुर
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