ज्ञान दीप है हमें जलाना
बाल कुसुम पल्लवित,
सुवासित विद्यालय में;
स्पर्श स्नेह दे ज्ञान दीप
है हमें जलाना ।।
सुवासित विद्यालय में;
स्पर्श स्नेह दे ज्ञान दीप
है हमें जलाना ।।
विद्यालय बगिया है ;
हम शिक्षक हैं माली।
चुन चुन विद्या के पौधे
है हमें लगाना।।
हम शिक्षक हैं माली।
चुन चुन विद्या के पौधे
है हमें लगाना।।
किलकारी गूंजे, उन्नति
हो और प्रगति हो।
विद्या के बल से
निर्माण राष्ट्र में लाना।।
हो और प्रगति हो।
विद्या के बल से
निर्माण राष्ट्र में लाना।।
हम शिक्षक , कर्तव्य
जो अपने उन्हें निभाना ।
उन्नति पथ पर अग्रदूत
बन बढ़ते जाना।।
जो अपने उन्हें निभाना ।
उन्नति पथ पर अग्रदूत
बन बढ़ते जाना।।
राम, कृष्ण, गांधी जी
के सपनों का भारत ;
हम सब को मिल
एक साथ साकार बनाना ।।
के सपनों का भारत ;
हम सब को मिल
एक साथ साकार बनाना ।।
रचयिता
शानू दीक्षित,
प्राथमिक विद्यालय मोटेपुरवा,
ब्लॉक- नरैनी,
जनपद- बांदा
उत्तर प्रदेश ।।
शानू दीक्षित,
प्राथमिक विद्यालय मोटेपुरवा,
ब्लॉक- नरैनी,
जनपद- बांदा
उत्तर प्रदेश ।।
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