प्रेम है वो ...
प्रेम है वो अनमोल खजाना,
जो मिलता है हर किसी को नहीं,
वो है वो हसीन सपना,
जो हर किसी को देखना चाहता है,
वो है वो अनंत प्यार,
जो हर किसी को महसूस करना चाहता है,
प्रेम है वो अद्भुत एहसास,
जो हर किसी को जीना चाहता है,
प्रेम है वो अनूठी अनुभूति,
जो हर किसी को करना चाहता है,
प्रेम है वो अनमोल भेंट,
जो हर किसी को पाना चाहता है,
प्रेम है वो अनंत आनंद,
जो हर किसी को महसूस करना चाहता है,
प्रेम है वो अनूठा सौंदर्य,
जो हर किसी को देखना चाहता है,
प्रेम है वो अनमोल मिलन,
जो हर किसी को पाना चाहता है,
प्रेम है वो अनूठा संसार,
जो हर किसी को देखना चाहता है,
प्रेम है वो अनमोल जीवन,
जो हर किसी को जीना चाहता है।
✍️ प्रयासकर्ता : प्रवीण त्रिवेदी "दुनाली फतेहपुरी"
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