आज की शिक्षा
आज की शिक्षा,
एक ढांचे में जकड़ी हुई है,
जो बच्चों को सिखाती है,
कि कैसे परीक्षाएं पास की जाएँ,
और नौकरी पाई जाएँ,
लेकिन यह शिक्षा,
बच्चों को सिखाती नहीं है,
कि कैसे एक अच्छा इंसान हुआ जाए,
और कैसे जीवन जिया जाए,
यह शिक्षा,
बच्चों को सिखाती नहीं है,
कि कैसे सोचा जाए,
और कैसे रचनात्मक हुआ जाए,
यह शिक्षा,
बच्चों को सिखाती नहीं है,
कि कैसे समस्याओं को सुलझाया जाए,
और कैसे दूसरों की मदद की जाए,
आज की शिक्षा,
एक ढांचे में जकड़ी हुई है,
जो बच्चों को सिखाती है,
कि कैसे एक मशीन की तरह काम किया जाए,
और नौकरी पाई जाए,
लेकिन यह शिक्षा,
बच्चों को सिखाती नहीं है,
कि कैसे एक इंसान हुआ जाए,
और जीवन जिया जाए.
✍️ प्रयासकर्ता : प्रवीण त्रिवेदी "दुनाली फतेहपुरी"
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