कोरोना से मत घबराना
कोरोना से मत घबराना ..
(प्यारे बच्चों को समर्पित..)
कोरोना से मत घबराना,
मन लगाके पढ़ना खूब।
बाधा बेशक बहुत बड़ी है,
दम लगाके बढ़ना खूब।।
दो गज़ दूरी कायम रखना,
हाथ को हरदम धोना खूब।
अंतस् तेरा बड़ा उपजाऊ,
बीज सृजन के बोना खूब।।
घरवालों को तंग न करना,
मिलजुल के तुम रहना खूब।
गति को अपने रोक न देना,
अविरल सा तुम बहना खूब।।
समय हुआ प्रतिकूल तो क्या,
खुद में हिम्मत रखना खूब।
यह वक्त भी करवट बदलेगा,
धीरज धारण रखना खूब।।
सीखो उस पाषाण से तुम,
लहरों से टकराता खूब।
धैर्य तनिक न खोता वह,
लहरों में लहराता खूब।।
पढ़े-लिखे तुम बालक हो,
और तुझे क्या समझाऊंँ?
वह शुभ घड़ी जल्दी आए,
प्यार से तुझे गले लगाऊँ।।
✍️
अलकेश मणि त्रिपाठी "अविरल"
(स.अ.)
पू.मा.वि.- दुबौली
विकास क्षेत्र- सलेमपुर
जनपद- देवरिया (उ.प्र.)
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