तोतू शैतान
तोतू शैतान
तोतू देखो डाल-डाल पर,
उछल-कूद मचाते हैं।
हर डाली से आम चुराके,
माली को चिढ़ाते हैं।
जब वो देखो पकड़ने जाते,
झट से फर उड़ जाते हैं।
अपनी एक चोंच से प्यारे,
आम चट कर जाते हैं।
माली जब भी कान ऐंठता,
भोलू बन दिखलाते हैं।
✍️रचनाकार
आयुषी अग्रवाल (स०अ०)
कम्पोजिट विद्यालय शेखूपुर खास
कुन्दरकी (मुरादाबाद)
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