विरजिहै अयोध्या में राम जी
विरजिहै अयोध्या में राम जी
चमकें अवध नगरिया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी,
आईल शुभ समईया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी।
भईल पाँच सौ वर्ष इंतजार,
मन्दिर बन रहा है अबकी बार,
सुंदर लागे शहरिया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी।
खुश बाड़े सब नर नारी,
खुशी में झूम रहे हैं सब प्राणी,
मन्दिर बने के आईल बेरिया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी।
मर्यादा पुरुषोत्तम से सीखी मर्यादा,
पाके आशीष दूर होई कुल बाधा,
दीपक गावे ले गीतिया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी।
चमकें अवध नगरिया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी,
आईल शुभ समईया,
विरजिहै अयोध्या में राम जी।
✍️रचयिता
दीपक कुमार यादव
प्रा वि मासाडीह
विकास खण्ड-महसी
जनपद-बहराइच
मोबाइल- 9956521700
Bahut acha bhai lage raho
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