प्रेरणा कविता
प्रेरणा कविता
धन्य धन्य उत्तर प्रदेश धन्य प्रेरणा लक्ष्य।
रंगाई-पुताई ऐसी हुयी चमके कक्षा-कक्ष।।
प्रेरणा एम स्थापना दीक्षा रीड अलांग।
गूगल मीट से ट्रेनिंग करके गाओ प्रेरणा सांग।।
पांच शव्द और पांच अंक सीखो ध्यान लगाय।
इतना ही करके बच्चा कक्षा दो में जाय।।
बीस शव्द प्रति मिनट की गति जो तुम लो पाय।
जोड़ घटाना एक अंक 75%हल हो जाय।।
ये थी कक्षा दो की तीन की सुनो अब बात।
आनलाइन तुम पढ़ना सीखो चाहे दिन हो रात।।
तीस शव्द प्रति मिनट और हासिल का जोड़।
75%हल कर लो तुम सारे बंधन तोड़।।
छोटे अनुच्छेद भी करलो तीन चौथाई प्रश्न।
गुणा भी इसी तरह से करलो तभी मनाओ जश्न।।
इसी तरह तुम कर जाओगे उत्तीर्ण कक्षा चार।
बच्चों कक्षा पांच के खातिर हो जाओ तैयार।। 75%तुम पढ़ना सीखो बड़े बड़े अनुच्छेद।
इतना ही तुम भाग भी करलो तोड़ दो सारे भेद।
बन जाये आदर्श विद्यालय प्रेरक प्रदेश हो जाय।
शेष मणि शर्मा की कविता पढ़लो ध्यान लगाय।।
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शेष मणि शर्मा"इलाहाबादी"
प्रा०वि०-बहेरा
वि०खं०-महोली,जनपद
सीतापुर, उत्तर प्रदेश
9140138238,9415676623
वाह प्रेरक कविता
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