कहां गया मेरा स्कूल
कहां गया मेरा स्कूल
नींद छोड़ जल्दी जग जाना।
ड्रेस पहन कर खाना खाना ।।
टाई , बेल्ट सब गया भूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
घंटी बजती टन टन टन ।
ग्राउंड की ओर भागे हम ।।
चारों तरफ उड़ाते धूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
ईश्वर की करके गुणगान ।
जन गण मन का मधुर गान ।।
भारत मां की जय में मशगूल
कहां गया मेरा स्कूल ।।
महापुरुषों के उच्च विचार ।
देश - विदेश का समाचार ।।
दृढ़ इरादे और पक्के उसूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
पौधों और फूलों की क्यारी ।
खुशबूओं से भरी फुलवारी ।।
रंग बिरंगे प्यारे फूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
पंक्तिबद्ध हो क्लास में जाना ।
क्लास में जाकर शोर मचाना ।।
सर के आते , हो जाना कूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
कर लो जितना जोड़ घटाना ।
बीज से पौधा तभी है आना ।।
नमी, ताप जब हो अनुकूल ।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
चाहे संज्ञा हो या सर्वनाम ।
एडजेक्टिव आए दोनों के काम ।।
आम की चाह में मिला बबूल।
कहां गया मेरा स्कूल ।।
बैग सिमट गया फाइल में ।
पढ़ाई सिमटी मोबाइल में ।।
चाहे जिसकी भी हो भूल ।
मुझे लौटा दो मेरा स्कूल।।
✍️
दुर्गेश्वर राय
सहायक अध्यापक
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बलुआ
विकासखंड -उरूवा, जनपद -गोरखपुर
मोबाइल नंबर-8423245550
ईमेल- durgeshwarrai@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं