हिन्द देश की प्यारी हिन्दी
हिन्द देश की प्यारी हिन्दी,
हम सब की ये शान है...
है ये हमारी मातृभाषा ,
हम सबको अभिमान है.....
हम सबको अभिमान है.....
आओ हम सब इसको सीन्चे,
दुनिया में इसका नक्शा खीन्चे....
दुनिया में इसका नक्शा खीन्चे....
मिले हिन्दी को पहचान ,
क्या अमेरिका क्या ईरान ....
क्या अमेरिका क्या ईरान ....
मान बड़े का सिखलाती ,
आदर हेतु ' जी ' लगवाती....
आदर हेतु ' जी ' लगवाती....
न मिलेगा एसा आदर भैया,
अंग्रेजी और ईरानी में, हाँ....
अंग्रेजी और ईरानी में, हाँ....
लगा लो गले से अपने ,
ये तो अपनी हिन्दी है.....
ये तो अपनी हिन्दी है.....
कहती हूँ आज मैं सीना तान ,
हिन्दी मेरी मातृभाषा, मेरा है हिन्दुस्तान ......
हिन्दी मेरी मातृभाषा, मेरा है हिन्दुस्तान ......
रचयिता
सबीना साहनी (स0 अ0)
प्रा0 वि0 बंगरा,
विकास क्षेत्र - गुरसराय
मिशन शिक्षण संवाद झांसी
सबीना साहनी (स0 अ0)
प्रा0 वि0 बंगरा,
विकास क्षेत्र - गुरसराय
मिशन शिक्षण संवाद झांसी
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