Breaking News

वह शिक्षक राष्ट्र निर्माता है।

जो भगा देता है अज्ञान,
जगा देता है मन में ज्ञान ।
पढ़ाए जो लगाकर ध्यान,
जिससे बढ़ जाता है मान ।।
अच्छे गुण हमें सिखाता है;
वह शिक्षक राष्ट्र निर्माता है ।

जो नैतिकता का पाठ पढाता है ,
जो जीने की कला सिखाता है ।
शिक्षक का ज्ञान होता प्रखर,
वो खुद जलकर जीवन भर;
हमारी जिन्दगी रोशन कर जाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र  .......2

जो कूट कूट कर देता है भर,
गुर ज़िन्दगी का  अन्दर ।
बड़ों का आदर सत्कार,
माता-पिता को सेवा, प्यार;
जो हमको सिखाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र .....2

जो जाति- पाति को नकारकर,
धर्म मजहब से  ऊपर उठकर;
मानवता का पाठ पढाता है ।
मीठा बोल, बोल जाता है,
और सभी को गले लगाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र  .....2 ।

जो बच्चों का भविष्य सजाता है,
प्रतिभा को ढूंढकर बाहर लाता है ।
यह वह मार्ग दर्शक है,
और वह पथ प्रदर्शक है।
जो सही मार्ग दिखाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र ....2

बच्चों में पनपे जो ज्ञान पिपासा,
शांत वो हमेशा करता जिज्ञासा ।
जो कठिन से कठिन सवालों को,
और नकारात्मक विचारों को;
चुटकी में छू कर जाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र .....2 

नमन हमारा सभी गुरुओं को,
जिनके कार्यों से गुरूओं को;
मिल रहा शिक्षकों को सम्मान है,
और बढ़ रहा चहुँओर मान है।
देश का भाग्य बनाता है ।
वह शिक्षक राष्ट्र  .....2. ।

रचयिता
मनोहर लाल गौतम,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कनिगवाॅ,
विकास खंड -बीसलपुर,
जनपद -पीलीभीत


कोई टिप्पणी नहीं