कलम की शक्ति
कलम की शक्ति
कलम है एक शक्तिशाली हथियार
जिसके भीतर है विनाश का डर
खुलकर छोड़ो इसे तो बहा देगी गाँव
निरंकुश कलम है समाज का घाव
लेकिन अंकुश भीतर का होना चाहिए
बाहर का अंकुश है और भी ज़हरीला
अंधा होकर लिखने से बचो
सच लिखो, सत्य का साथ निभाओ
कलम है एक ज़िम्मेदारी
इसका इस्तेमाल सोच-समझकर करो
अपने विचारों को व्यक्त करो
लेकिन दूसरों को चोट मत पहुंचाओ
कलम है एक माध्यम
इसका इस्तेमाल सही दिशा में करो
ज्ञान बांटो, प्रेम फैलाओ
और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाओ
(प्रेरणा : महात्मा गांधी का वक्तव्य)
✍️ लेखक : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर, आजकल बात कहने के लिए कविता उनका नया हथियार बना हुआ है।
परिचय
बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।
शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।
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