एक पाती बिटिया के नाम
एक पाती बिटिया के नाम
जब जब देखू तुझे मैं,
आह्लादित होता मेरा मन।
सोचती हूं नजर लगे न,
ना कष्ट पहुंचे तेरे तन।
पल पल चंचल,
करती झन झन,
पाते सुख मेरे दोनो नयन।
वेद की पावन ऋचा जस,
शीतल मन्द पवन।
थकन को दूर करती,
तेरे अधरों की तबस्सुम।
"शान" तू अभिमान तू,
है मेरा अरमान तू।
नित रवि चंद्र सी हो प्रकाशित,
गरिमामयी वरदान तू।
अपलक निहारूं पल-पल मैं तुझको,
वारूं मैं अपना तन-मन -धन।
दे रही तुझको मैं अपना,
शुभ-शुभ आशीर्वचन।
हृदय से निकले हुए इन्ही उदगार के साथ असीम स्नेह और शुभ आशीष।
सभी बेटियों को बिटिया दिवस की हार्दिक शुभकामनाए।💐❤️👸🤚
✍️
ममता प्रीति श्रीवास्तव
(प्रभारी प्रधानाध्यापक) गोरखपुर
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