रावण सबसे पूछ रहा
'रावण सबसे पूछ रहा है'
बचपन से देखा है हर साल रावण को जलाते हुये,
सभी को बुराई पर अच्छाई की जीत बताते हुये।
उस लंकेश को तो मर्यादा पुरुषोत्तम ने मारा था,
प्रभु श्रीराम ने उसकी अच्छाईयों को भी जाना था।
सभी इकट्ठे होते है रावण को जलाने के लिए,
दुनिया से पूरी तरह बुराईयो को मिटाने के लिए।
आज रावण खुद पूरी भीड़ से यह कह रहा है,
तुम मे से कौन श्रीराम जैसा है यह पूछ रहा है?
क्या तुम अपने अन्दर की बुराइयो को मिटा पाये हो ?
क्या तुम सब तनिक भी खुद को श्रीराम सा बना पाये हो?
यदि उत्तर नही है तो क्यो मुझे बुरा मानकर आते हो?
तुम खुद भी हो बुरे तो क्यो मुझे हर साल जलाते हो ?
✍ रचनाकार:-
अभिषेक शुक्ला 'सीतापुर'
प्राथमिक विद्यालय लदपुरा
विकास क्षेत्र-अमरिया
जिला-पीलीभीत
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