सबसे प्यारा, सबसे न्यारा; परिषदीय स्कूल हमारा
🏦 सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।। 🏡
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सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
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देश का सपना जिस पर निर्भर
दूर करे जो तम को सारे ।
निर्भर जिस पर भविष्य की रचना
करता पूरे लक्ष्य हमारे ।।
कलरव सी आवाज गूँजती
इंद्रधनुष के रंग है प्यारे ।
सूरज बनकर उगते जिसमें
जगमग करते जहाँ सितारे ।।
खुशियों के आँगन में देखो
होता है जीवन उजियारा ।
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
कोरे से मस्तिष्क पटल पर
तर्क उभारा जाता है ।
संस्कार की छाया में ही
खूब दुलारा जाता है ।।
कच्ची माटी की मूरत को
गुरु यहाँ निखारा करता है ।
बनकर के बगिया का माली
भविष्य सँवारा करता है ।।
"शिक्षा है अनमोल रतन" औ
"सब पढ़ें - सब बढ़ें "का नारा ।
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
निःशुल्क किताबें मिलती हैं
ड्रेस भी सबको मिलता है ।
खेल- पढ़ाई शिक्षा के संग
मिड डे मील भी मिलता है ।।
नंगे पाँव नहीं है रहना
जूता-मोजा रंग बढ़ाया ।
ठिठुरन भी कम होगी देखो
स्वेटर सबने अंग चढ़ाया ।।
मिलती है सारी सुबिधाये
जन-जन ने भी यही पुकारा ।
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
सर जी के संरक्षण में
संघर्षों से लड़ना सीख रहा ।
उनके ही मार्गदर्शन में तो
आगे बढ़ना सीख रहा ।।
सबकी सूरत एक ही जैसी
लिंग भेद का नाम नहीं है ।
समदृष्टि ,समभाव यहाँ पर
जाति धर्म का काम नहीं है।।
'अरुण ' यही तो मंदिर-मस्जिद,
यही चर्च-गुरुद्वारा ।
सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
परिषदीय स्कूल हमारा ।।
रचनाकार
अरुण कुमार यादव
उ0 प्रा0 विद्यालय बरसठी
जौनपुर ।।
मो0 -- 9598444853
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