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शुभ दीपावली

💥 शुभ दीपावली 💥

शिशिर की मधुमयी शीत तले,
जगमग-जगमग दीप जलें।
अवनि  अंबर  झूम  उठें,
खुशियों के नित मीत पलें।।

अमन का अमृत धार बहे,
'अविरल' बारंबार कहे।
गम के बादल छंँट जायें,
मुदिता अपरंपार रहे।।

कहीं नहीं निर्धनता हो,
धन में पूर्ण सघनता हो।
तन और त्योरी सधी रहे,
मन में अचल विमलता हो।।

दृष्टि बिल्कुल सम्यक् हो,
शून्य में अनंत को पायें।
जीना ही बस जीवन न हो,
जीवन को जीवंत बनायें।।

जगत की बाधा तोड़ चलें,
फ़िजूल की बातें छोड़ चलें।
घट-घट के उर वासी जो,
प्रभु से नाता जोड़ चलें।।

 दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ ....


अलकेश मणि त्रिपाठी "अविरल"(सoअo)
पू०मा०वि०- दुबौली
विकास क्षेत्र- सलेमपुर
जनपद- देवरिया (उoप्रo)

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