पहलगाम आतंकी हमला
पहलगाम आतंकी हमला
आज धर्म के नाम पर
यह कैसा कत्लेआम किया
जाति न पूछी, सिर्फ धर्म पूछा
और सीधा सिर पर वार किया।।
आतंकियों ने फिर एक और
घिनौनी घटना को अंजाम दिया
मानवता हुई शर्मसार
यह कैसा कत्लेआम किया।।
पहलगाम की बैसारन घाटी को
खून से लहू लुहान किया
28 निर्दोषों और निहत्तों को मारा
अधा धुन्ध गोलियों से बार किया।।
कश्मीर की वादियों की सुंदरता को
आज आतंकियो तुमने तार तार किया।
कितनी मांगों का सिंदूर उजाड़ा
न जाने को कितनों को घायल किया।।
मजहब के नाम पर ये तुमने कैसा
आतंकियों कत्लेआम किया।।
देश की शांति को भंग करके
अखंडता पर वार किया।।
यह गुनाह न होगा कभी माफ
जघन्य यह कैसा अपराध किया
देख कर यह खौफनाक मंजर
हर भारतीय की आँखों को नम किया।।
✍️
मृदुला वर्मा (स०अ०)
प्रा० वि० अमरौधा प्रथम
अमरौधा, कानपुर देहात
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