पूर्वाग्रह
पूर्वाग्रह
पूर्वाग्रह से ग्रस्त ,
साहब आए ,धड़धड़ाते .....
गाड़ी रुकी, सुगबुगाहट हुई ,अधिकारी आए ....
परिचय नहीं बताए ,
नाराज कि,पहचाने नहीं गए ,
साहब सीधे परिचय तो देते ,
फिर सम्मान की आशा करते ....
शिक्षक हैं हम ......
बच्चों को आदर ,स्नेह ,क्षमा दया का पाठ पढ़ाते ,
अपमान ही सहते .....
बस कोरम पूरा करते ...
हमारा संघर्ष ,हमारा प्रयास नहीं देखते ,
आरोप मढ़ने में ,हमारा सत्य नहीं स्वीकारते ,
विवश होते हैं हम ,गलत होते नहीं हम ,
गलत सिद्ध कर दिए जाते ,
पूर्वाग्रह से ग्रस्त .साहब. ये नहीं सोचते ,
जीवन के मूल्य ,
कागजों,मशीनों से नहीं गढ़े जाते ,
शिक्षकों के आचरण ,उनके समर्पण ,
उनकी सीख ,वात्सल्य और प्रेम से भरे ,
जीवन दर्शन से गढ़े जाते हैं ।
सबको एक तराजू में तौलते हैं .....
क्योंकि साहब !
पूर्वाग्रह से ग्रस्त होते हैं .....!
✍️
प्रसून मिश्रा
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