वीर शहीद
वीर शहीद
बात जब तिरंगे की हो तो
आकर फौलाद से डट जाते हैं।
हाँ वह वीर योद्धा
भारत माता के
आओ चलो
उन पर श्रद्धा पुष्प चढ़ाते हैं।
भूल जाते हैं हर रिश्ते नाते,
बस वतन से रिश्ता निभाते हैं।
हर एक की आँखें
नम हो जाती है,
बात जब हम
उन शहीदों की
जुबान पर लाते है।
आओ फिर उनका स्मरण कर, उनके आगे शीश झुकाते हैं।
वतन के उन
जांबाज वीर शहीदों को
श्रद्धा पुष्प चढ़ाते हैं।
हम श्रद्धा पुष्प चढ़ाते हैं।।
हे वीर सपूतों शौर्यगान तुम्हारा
युगों युगों तक
इस धरा पर गुंजित होगा
अमूल्य तुम्हारा आत्मोत्सर्ग
हर दृग में अभिमंडित होगा।
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दीप्ति राय दीपांजलि कंपोजिट रायगंज
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