जो रुक गए हम ... जो डर गए हम
कौन गांवो में जाकर के
ज्ञान दीप जलाएगा
कौन आशा से भरी
आंखों को ये समझायेगा
कैसे बढ़ता बचपन
देश हित लग पायेगा
जो रुक गए हम
जो डर गए हम
कौन इन गांवो में जाकर
पोलियो,टी0बी0,अज्ञानता हराएगा
कौन भूखे बचपन की
भूख यूं मिटवायेगा
कौन हारते भारत को
सम्मान फिर दिलवायेगा
टूटते सपनो की
आखिरी आशा है हम
कौन इस आशा को
साकार यूं कर पायेगा
जो रुक गए हम
जो डर गए हम
कौन विद्या मंदिरों में
पुस्तके खुलवायेगा
कौन उनको चाँद तारे
विज्ञान को बतलायेगा
हुक्मरानों के कहर से
व्यथित जो हम हो गए
कौन फिर इंसानियत को
इंसानियत सिखलायेगा
कौन फिर हारते भारत को
सम्मान ये दिलवायेगा
टूटते सपनो की
आखिरी आशा है हम
कौन इस आशा को
साकार कर पायेगा
जो रुक गए हम
जो डर गए हम
✍ अनुराग कुमार मिश्र
प्रधानाध्यापक
प्रा0वि0 - मुबारकपुर, खैराबाद
जनपद - सीतापुर
📱 8896077318
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