हिंदी हमारी प्यारी है
हिंदी हमारी प्यारी है
हिंदी हमारी प्यारी है,
मीठी इसमें हर क्यारी है।
बोलें इससे दिल की बात,
ये है अपनी सच्ची सौगात।
नाना भाषा, नाना रंग,
हिंदी से जुड़ते सब संग।
सुनो इसे और गुनगुनाओ,
हर कोने में इसे फैलाओ।
माँ की ममता, पिता का प्यार,
हिंदी में है सबका संसार।
कितनी सुंदर, कितनी न्यारी,
हर घर में इसकी फुलवारी।
आओ मिलकर इसे बचाएँ,
हर दिन हिंदी को अपनाएँ।
इसमें पढ़ें, इसमें लिखें,
हिंदी संग जीवन में दिखें।
✍️ प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर, आजकल बात कहने के लिए कविता उनका नया हथियार बना हुआ है।
परिचय
बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।
शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।
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