बेटियां
बेटियां
मत कहो कि हम जी का जंजाल है
कम किरण हम रोशनी हम मशाल है
हमे भी प्यार दुलार देकर तो देखो
हुनर हम में भी बेमिशाल है।। मत ..
हमसे ही शिकवा क्यों करते हो
हम पर ही जुल्म क्यों करते हों
कुछ तो तरस खाओ हम पर
हमसे ही घर की मुस्कान है।।मत..
सब न सही कुछ तो दो हमे
रखेंगे नही लौटा देंगे सब तुम्हे
जब कोई नही होगा तब हम होंगे
हम ही आरती हम ही अजान है ।। मत..
आज दुनियां में हमको नही लाओगे
तो कल अपनी बहू कहाँ से पाओगे
हम तो बस इल्तिज़ा कर सकते है
क्या आप अब भी अनजान है? मत ...
अनुपम कौशल(स.अ.)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय
नगला बिहारी सैफई
जनपद-इटावा
☎️9457123104
अति सुंदर
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