शिक्षक का सपना
शिक्षक का सपना
एक सपना मैनें देखा है,
शिक्षक को झूमते देखा है।
आदर्श शिक्षक होंगे,अनुशासित छात्र भी होंगे।
ऐसा सपना मैनें देखा है,
शिक्षक को झूमते देखा है।।
संस्कृति को अपनी पहचाने ,सभ्यता को अपनी जाने।
मूल्यों पे आधारित शिक्षा हो,नैतिकता का सबको ज्ञान हो।
ऐसा सपना मैनें देखा है,
शिक्षक को झूमते देखा है।।
बहु-आयामी शिक्षा प्रणाली हो,
नित-नूतन विकास की प्रक्रिया हो।
छात्रों में भ्रातृत्व भावना हो,अहिंसा युक्त समाज हो।।
ऐसा सपना मैनें देखा है,
शिक्षक को झूमते देखा है।।
सत्य की हम है खोज करें,हर धर्म का हम सम्मान करें ।
आत्म निर्भर हम बन जायेंगे, ऐसा सभ्य समाज बनायेंगे।।
ऐसा सपना मैनें देखा है,
शिक्षक को झूमते देखा है।।
✍️ रचयिता
आशुतोष दुबे (स.अ.)
प्राथमिक विद्यालय तालग्राम
विकास खण्ड- तालग्राम
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