अभिनव वत्सर
अभिनव वत्सर
अभिनव जग करने
अभिनव ज्योति भरकर
अभिनव वत्सर द्वार खड़ा।
स्नेह आत्मीयता प्रकट करता
हर मन में शुद्ध प्रेम व्यक्त करता।
दिव्य विचारो से रंगा
अभिनव विचार ले आया।
अभिनव वत्सर द्वार खड़ा।
मन में अभिनव संकल्प ले आया।
इस वत्सर में
ऊर्ध्व शिखर पर
हर मानव पहुँचे....
संकटमुक्त हो धरा सुहानी
ऐसा.....
अभिनव कर्म
मिल हर जन कर जाए।
शुभ बेला नूतनता लिए
सुखद,सुहावन,मनभावन
शुभ भावना से मन सजाया।
देखो अभिनव वत्सर द्वार खड़ा।
मन में अभिनव उमंग भर आया।
जीवन की हर विपदा
क्षीण क्षीण हो जाए
सरस सुंदर जीवन हो सबका
नित पुष्प सुगंध सा खिल जाए।
हर घर आँगन में खुशियाँ बरसे
वसुधा पर अमन चैन आ जाए।
निरोगी हो सबकी काया
सब साथ में गीत
खुशी के गाए।
हाँ!
कामना है यही ऐसा
अभिनव वत्सर आए।
अभिनव अभिलाषा हृदय की पूर्ण सभी हो जाए।
मिलकर सब मंगलगान गाए। अभिनव वत्सर द्वार खड़ा अभिनव वत्सर मनाएं।
दीप्ति राय दीपांजलि
कंपोजिट विद्यालय रायगंज खोराबार
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