विश्व हिंदी दिवस
विश्व हिंदी दिवस
हिंदी की भाषा अनोखी।
हम सबको एक सूत्र में संजोती।।
सुगमता का शब्दकोश पिरोए।
अपने आंचल में सुंदर शब्दों को संजोए।।
भाषाएं बोली जाती हैं कई भाषा।
पर हिंदी की तो अलग ही परिभाषा।।
संपूर्ण नायाब सभी भाषा से ऊपर।
सरल कठिन होता इसका व्याकरण।।
इतिहास से लेकर वर्तमान तक का सेतु बांधती।
एक-एक शब्द सरल से कठिन कठिन से सरल की ओर ले जाती।।
हिंदी की भाषा पर कितना कुछ बोले।
अंग्रेजी के तो अक्षर चुप होकर रह जाते।
किताबें हिंदी की तो बिंदी भी बोलती है।
किताबें हिंदी की तो बिंदी भी बोलती है।।
10 जनवरी विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर मेरी छोटी सी रचना
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नीलम दुबे
पूर्व कम्पोजिट विद्यालय रायगंज
खोराबार गोरखपुर
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