माँ शारदे भवानी
माँ शारदे भवानी
मंजिल हमारी तू ही ,
अज्ञान को मिटा दो।
ज्ञान दो मां इतना,
चल सकू कर्म पथ पर,
तम मन के हटा दो।
उजालों के पथ पर चलकर,
अंधकार ( अज्ञान को ) मिटा दो।
इतनी कृपा तू कर दे,
हे मां शारदे भवानी ।
नव ज्योति तुम बिखेरो,
दिव्य राग तुम फैला दो।
अज्ञानता को हर लो,
हे! मां तुम कल्याणी ।
मन मंदिर मां तू ,
तुम ही हमारी पूजा।
तुम ही हो सर्वस्व,
सर्वत्र किरण बिखेरो।
हे ! शारदा भवानी
हे ! शारदा भवानी।।
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डॉ पूनम मिश्रा
गोरखपुर , उत्तर- प्रदेश
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