जब मैं बड़ा हो जाऊंगा
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा
बादलों की पीठ पर बैठ
इंद्रधनुष तक जाऊंगा
लाल, हरे,नीले,पीले
रंग वही से लाऊंगा
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा.....
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा ....
रंग मागूंगा तितली से
फूलों से मनुहार करूंगा
थोड़ी खुश्बू थोड़े से रंग
दे दे ये उपहार कहूंगा
इनसे हीं घर सजाऊंगा,
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा....
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा...
चांद को ताखे पर रखकर
तारों की लड़ियां बनाकर
देखूंगा सपनो के घर को
जुगनू के दीयों से सजाकर
एक सरोवर घर के बाहर
श्वेत कमल खिलाऊंगा,,,,
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा....
जब मैं बड़ा हो जाऊंगा...
✍️
प्रीति गुप्ता
प्राथमिक विद्यालय सहुलाखोर
खजनी,गोरखपुर
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