जिंदगी करीब से देखना है
ये जिंदगी तुझे करीब से देखना है।
ये जिंदगी तुझे करीब से देखना है,
मुझे तुझे करीब से देखना है।
बहुत बड़ी पहेली है क्यू ।
ना सुलझे ऐसी सहेली है क्यू ।
पल मे खुशी दे जाती है क्यू ।
फिर भी जिंदगी चलती जाती हैं यु हीं चलती जाती है ए जिंदगी तुझे करीब से देखना है ।
कैसे रोते रोते हसाती है कभी।
और हसते हसते रुला जाती है कभी।
खुशियाँ देकर मन बहकाती है कभी।
फिर मन को समझाती है यही ।
रूठते मनाते हंसते रोते बीत जाती हैं यु हीं बीत जाती है ।
ये जिंदगी तुझे करीब से देखना है ।
मुझे तुझे करीब से देखना है
जिंदगी करीब से देखना है।
येजिंदगी तुझे करीब से देखना है।
ये जिंदगी तुझे करीब से देखना है। मुझे तुझे करीब से देखना है।
बहुत बड़ी पहेली है क्यू ।
ना सुलझे ऐसी सहेली है क्यू ।
पल मे खुशी दे जाती है क्यू ।
फिर भी जिंदगी चलती जाती हैं यु हीं चलती जाती है ए जिंदगी तुझे करीब से देखना है ।
कैसे रोते रोते हसाती है कभी।
और हसते हसते रुला जाती है कभी।
खुशियाँ देकर मन बहकाती है कभी।
फिर मन को समझाती है यही ।
रूठते मनाते हंसते रोते बीत जाती हैं यु हीं बीत जाती है ।
ये जिंदगी तुझे करीब से देखना है ।
मुझे तुझे करीब से देखना है
✍️
नीलम दुबे
कंपोजिट पू.मा.वि. रायगंज
क्षेत्र -खोराबार, गोरखपुर
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