सुंदर नाम कलाम
मिसाइल मैन के जन्म दिवस के अवसर पर उनको समर्पित एक छोटी सी कविता
सुंदर नाम कलाम
वो एक सच्चा इंसान,
ना हिंदू ना मुसलमान।
हर दिल में है सम्मान,
वो नाम है कलाम ।।
निर्धनता में पले बढ़े,
उद्देश्यों पर अडिंग रहे।
जन सेवा में नित लगे रहे,
मुश्किलों में बढ़ते रहे ।।
कर्मक्षेत्र में निरंतर चलते,
विज्ञान में नई ऊर्जा भरते।
बच्चों में प्रेम अलख जगाते,
स्वदेशी देशहित कार्य बताते।।
फकीरों सा जीवन जीकर,
एक सच्चा राष्ट्रपति कहलाकर।
देश में किए अनेकों अविष्कार,
दिलों में जिंदा है मिसाइल मैन बनकर।।
हम नन्हे मुन्ने जीवन से,
इनके कुछ प्रेरणा ले ले।
देश उन्नति के पथ पे चले,
देश के महान विभूति को
हम मन से प्रणाम कर ले।।
हां वो व्यक्तित्व है महान,
वो सुंदर नाम है कलाम।।
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दीप्ति राय (दीपांजलि )
सहायक अध्यापक
कंपोजिट विद्यालय रायगंज गोरखपुर
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