मन की बात Ram krishna mishraदिसंबर 19, 2021"मन की बात जो लिख पाती" मैं हर्षित होकर पथ में लिखती जो अपने मन की बातें सस्मित सपने मीठे सारे अगर मै लिख पाती मन की बातें ...Read More
दहेज प्रथा Ram krishna mishraदिसंबर 18, 2021दहेज प्रथा बंद करो अब बंद करो, दहेज प्रथा का यह व्यापार। जिसको कहते सब लक्ष्मी, करते फिर क्यों! उस पर अत्याचार। बेटी बिन घर आंगन सूना मत...Read More
वीर तुम बढ़े चलो Ram krishna mishraदिसंबर 12, 2021काम का बोझ है और ये रोज़-रोज़ है । पता ही नहीं चलता कि हम कब से तनाव में हैं। तनाव में रहने की हमारी आदत- सी जो बन गई है। जिसे देखो भागा जा ...Read More
सशक्त नारी Ram krishna mishraदिसंबर 07, 2021सशक्त नारी तोड़ के हर बंधन, बंद पिंजरे से उड़ जाऊंगी। बंदिशों के हर पहरे मैं, पल में तोड़ गिराऊंगी। ऊंचे अंबर के पहलू में, अपनी जगह बनाऊंग...Read More